दमोह न्यायालय परिसर में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत हमेशा से न्यायदान के सुगम मार्ग को दिखाने के साथ पारिवारिक मामलों में महती भूमिका निभाता रहा है दरसल प्रधान जिला न्यायाधीश आनंद तिवारी के मार्गदर्शन एवम जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव व न्यायधीश धर्मेश भट्ट के निर्देशन में इस माह की 14 दिसम्बर को वृहद राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन हुआ जिसमें प्रधान न्यायाधीश फेमिली कोर्ट मोहम्मद अजहर साहव के न्यायालय में एक बेहद रोचक परिवारिक विवाद का लोक अदालत के माध्यम से अंत हो गया।
दरसल प्रह्लाद व प्रीती के मध्य 2017 मे विवाह हुआ था उनके बच्चे भी थे किंतु शौतन के शक में प्रीति प्रह्लाद के मध्य झगड़े होना शुरू हो गए मामले में पैरवी कर रहे अधिवक्ता राकेश प्रजापति व लक्ष्मीकांत ने बताया के अप्रेल 2024 में बात इस मोड़ पे आ गई के प्रीति ससुराल छोड़कर अपने बच्चे लेकर मायके आ गई मामला कोर्ट तक पहुंचा जहां दहेज की मांग के आरोपो के साथ प्रताड़ना के केस आवेदन शुरु हुए पत्नी ने भरण पोषण का मुकदमा कोर्ट में पेश कर दिया जहाँ सुलह के प्रयास शुरू हुए दोनों पक्षो ने वकीलों से मामले के मर्म को समझा पीठासीन न्यायधीश मो. अजहर के मार्गदर्शन में दोनों पक्षों को समझाया गया के कोर्ट कचहरी में परिवार बिगड़ने के इलावा कुछ नहीं होना साथ ही बच्चों के भविष्य को लेकर न्यायालय ने हिदायतें समझाइश दी अंततः दोनों बिछड़े पति पत्नि लोक अदालत के दिन फिर से एक हो गए। सम्पूर्ण सुलह कार्यवाही के समय मौजूद रहे चीफ लीगल डिफेंस कॉउंसिल मनीष नगाइच ने बताया के प्रधान न्यायाधीश आंनद तिवारी व धर्मेश भट्ट ने दोनों पक्षकारों को पौधे भेंट कर उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी इस अवसर सी जे एम अमर सिंह बघेल पर विधिक सहायता अधिकारी रजनीश चौरसिया के साथ सम्पूर्ण परिवार न्यायालय का स्टाफ मौजूद रहा।