जिले भर में मनाया गया शहादत का पर्व मोहर्रम देर रात तक निकले ताजियें व अखाड़े
दमोह-प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी दमोह जिले में शहादत का पर्व मोहर्रम बड़ी सिद्दत के साथ मनाया गया मोहर्रम माह के चांद की दसवी तारीख को जिले सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी ताजियें व अखाड़े अपनी परम्परा अनुसार निकाले गये जिसमें हटा पथरिया हिण्डोरिया पटेरा बटियागढ़ और फुटेरा कलां में परम्परागत तरीके से ताजियें निकाले गये जिसमें जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की व्यावस्था चाक चौबंद रही।
दमोह नगर का मुख्य समारोह स्थानीय गढ़ी मोहल्ला के पास शेन्डे की बजरिया स्थित मक्कान में आस-पास के समस्त ताजियें इकटठा हुये और वहां से सभी ताजियें व अखाड़े एक साथ जमा होकर शहर गस्त (नगर भ्रमण) पर निकले इस दौरान पुलिस व्यवस्था चाक चौबंद रही इसके अलावा स्थानीय पठानी मोहल्ले में भी ताजियें व अखाडे निकाले गये और युवाओं ने अपनी कला के जौहर दिखाये।
मोहर्रम की दसवी तारीख के एक दिन पूर्व शहर के ताजिये व अखाडे नगर भ्रमण पर भी निकले जिसमें काफी संख्या में युवाओं ने बढ-चढकर हिस्सा लिया1
( परम्परागत रूप से निकाला गया मोहर्रम का जुलूस- )नगर के ताजियें व अखाडे एक के बाद एक अखाडों के साथ निकले जिसमें नौजवान खेल का प्रदर्शन करते हुए शहर के मुख्य् मार्गों से निकले। जिसमें नगर के अनेक वार्डों के अखाडे खेल का प्रदर्शन करते हुए गडरयाऊ क्षेत्र पठानी मोहल्ला पहुंचे वहीं बैदरा मोहल्ला पुराना बाजार के अखाडे भी मोहर्रम समरोह के केंद्र बिन्दू पठानी मोहल्ला प्रदर्शन करने जमा हुये। जहां से सभी अखाडों के उस्तादों ने खिलाडियों को मैदान में उतारा सभी नें अपनी कला का प्रदर्शन किया इस दौरान मुस्लिम समाज के गणमान्य व्यक्तियों ने अखाडों में खेल नौजवान और उस्तादों का सम्मान किया। जुलूस आगे बढते हुये गौरी शंकर तिगडडा महाकाली चौक सिटी नल होते हुये पुराने थाने से तालाब की ओर जुलूस समापन के लिये निकला।