दमोह। त्यागी वृत्तियों को शुद्ध भोजन की व्यवस्था करना बहुत पुन्य का कार्य है मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई की दमोह नगर में इस तरह की भोजन शाला निरंतर संचालित है इस तरह की भोजनशालाएं अनेक स्थानों पर होनी चाहिए सभी को इसमें सहयोग प्रदान करना चाहिए। उपरोक्त उदगार मुनि श्री प्रमाण सागर जी महाराज ने शंका समाधान कार्यक्रम में अभिव्यक्त इसके पूर्व मुनि श्री आहार शाला के निरीक्षण के लिए मुनि श्री निर्वेग सागर जी महाराज के साथ पहुंचे जहां पर सावन सिंघई ने भोजन शाला के संचालन की जानकारी प्रदान की शंका समाधान कार्यक्रम में दिगंबर जैन पंचायत अध्यक्ष सुधीर सिंघई के द्वारा मुनिश्री से व्रती भोजनशाला के संबंध में प्रश्न पूछे जाने पर उन्होंने भोजन शाला को मंदिर के समीप ही रखने की सलाह दी एवं भोजनशाला का नाम परिवर्तित कर आचार्य विद्यासागर व्रती आहार शाला रखने का सुझाव दिया जिसे उपस्थित संपूर्ण समाज ने करतल ध्वनि के साथ स्वीकार किया। इस मौके पर आहार शाला समिति के अध्यक्ष रूपचंद जैन, कोषाध्यक्ष महेश बड़कुल, मीडिया प्रभारी सुनील वेजीटेरियन एवं संजीव शाकाहारी आदि की उपस्थिति रहीं।