इस सरकारी अस्पताल में हड्डी न भी टूटी हो तो बन जाती है टूटने की रिपोर्ट- एक्सरे में कर दी जाती है गड़बड़ी- मामला आया सामने.
इस सरकारी अस्पताल में हड्डी न भी टूटी हो तो बन जाती है टूटने की रिपोर्ट- एक्सरे में कर दी जाती है गड़बड़ी- मामला आया सामने..
दमोह: पुलिस और कोर्ट सरकारी अस्प्ताल के डॉक्टर्स की रिपोर्ट को आधार मानती है लेकिन इस खबर को जानने के बाद पुलिस और कोर्ट को भी सावधान होना पड़ेगा क्योंकि यहां पैसे लेकर एक्सरे में ही गड़बड़ी कर दी जाती है और जब एक्सरे की फ़िल्म में जो दिखेगा डाक्टर भी रिपोर्ट में वही लिखेगा। ये सनसनीखेज खुलासा दमोह के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल जिला चिकित्सालय में हुआ है जहां के एक्सरे डिपार्टमेंट की असलियत सामने आई है और अब अस्प्ताल प्रबन्धन कार्यवाही की दलील दे रहा है। दरअसल जिला अस्पताल में पडौसी जिले पन्ना के सिमरिया थानां क्षेत्र से एक झगड़े में घायल व्यक्ति संतोष आदिवासी को इलाज के लिए लाया गया, घायल को चोटें थी लिहाजा डॉक्टर ने एक्सरे एडवाइज किया। इस अस्प्ताल के एक्सरे सेंटर में जब मरीज पहुंचा तो यहां के टेक्नीशियन ने उसके परिजन से बात की । टेक्नीशियन ने एक्सरे में हड्डी टूटने की रिपोर्ट बनवाने का लालच दिया ताकि पुलिस केस में धाराओं में इज़ाफ़ा हो जाये। मरीज के परिजन भी इस बात को मान गए और पैसों के लेनदेन की बात हुई, घायल युवक के परिजन एक हजार रुपये देने तैयार थे लेकीन टेक्नीशियन को आठ हजार रुपये चाहिए थे। सौदा नही बन पाया तो फिर घायल के परिजन ने इसकी शिकायत सिविल सर्जन से की। सिविल सर्जन को मिली शिकायत के बाद हड़कम्प मच गया और जिला अस्पताल में पुलिस केस के मामलों में क्या गड़बड़झाला हो रहा है उसकी हकीकत सामने आ गई।
इस मामले में जिला अस्पताल के आर एम ओ डॉ विशाल शुक्ला का कहना है कि शिकायत की पुष्टि हुई है और प्रारंभिक तौर पर टेक्नीशियन का कृत्य सामने आया है जिसको लेकर सिविल सर्जन ने आला अधिकारियों को अवगत कराया है और पूरे मामले की बारीकी से जांच की जा रही है। प्रबंधन इस बात का पता भी लगा रहा है कि आखिर इसके पहले और कितने लोगों की फर्जी रिपोर्ट बनाई गई है।