बस में रखे बैग से सोने के जेवरात चोरी होने का अंदेशा, परिजन उठा ले गए बस और थाने में खड़ी कर दी
दमोह से झलोन चलने वाली बस से एक महिला के लाखों रुपए के जेवरात चोरी हो गए। परिजनों को चालक, परिचालक पर अंदेशा था, इसलिए वे लोग बुधवार सुबह बस को झलोन से उठा ले गए और तारादेही थाने में खड़ी कर दी। खमरिया गांव निवासी विनोद लोधी ने बताया कि मंगलवार को मेरी भाभी और उनकी मां दमोह से सुरादेही गांव आने के लिए सुबह दस बजे दमोह बस स्टैंड पहुंची थीं। जहां जैन कंपनी की बस ख़डी थी, जिसमें भाभी और उनकी मां बैठ गई। तभी बस के स्टाफ ने कहा अभी बस में झाड़ू लगनी है आप लोग नीचे उतर जाओ तो भाभी और उनकी मां तीनो बैग सीट पर रखकर नीचे आ गईं। कुछ देर बाद बस में बैठकर अपने गांव आ गईं। बुधवार सुबह उन्होंने बैग खोला तो उसने रखे सोने के जेवरात गायब थे, जिनकी क़ीमत करीब छह से सात लाख रुपए है।
सुबह जानकारी लगते ही हम लोग झलोन पहुंचे जहां बस खड़ी थी। बस की तलाशी ली गई तो उसमें दो साड़ी और दो चाकू मिले। बैग को भी चाकू से काटकर ज़ेवर गायब हुए हैं। बाद में हम लोग बस और उसके स्टाफ को तारादेही थाने लेकर पहुंचे और बस में मिली साड़ी और चाक़ू तारादेही पुलिस के सुपुर्द किया।
बस को लेने पहुंचे लोगों ने चालक पर दवाब बनाकर बस को तारादेही मार्ग से ले जाकर तारादेही थाने में खड़ा करवा दिया। परिजनों को संदेह है कि बस के स्टाफ ने ही बैग से जेवर चोरी किए हैं। जिस बस को झलोन से तारादेही थाने ले जाया गया है, वह बस दमोह से झलोन चलती है और रात्रि में झलोन में ही खड़ी रहती है। घटना के समय बस में चालक और परिचालक मौजूद थे। अचानक आए ग्रामीणों ने बस के क्लीनर से पहले विवाद किया फिर उसको लेकर थाने पहुंचे।