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इंसानियत देखने एक हजार रु लेकर साइकिल से देश का भृमण कर रहा शुभम,दस हजार किलोमीटर से अधिक यात्रा में अभी तक नही किए एक भी रुपए खर्च

साइकिल यात्रा करते हुए दमोह पहुंचा हरियाणा का शुभम सैनी

इंसानियत देखने एक हजार रु लेकर साइकिल से देश का भृमण कर रहा शुभम

दस हजार किलोमीटर से अधिक यात्रा में अभी तक नही किए एक भी रुपए खर्च

दमोह: देश का साइकिल से भृमण कर रहे एक युवक जो बुधवार को दमोह नगर में प्रवेश हुए यह युवक हरियाणा के अम्बाला जिले के शाहपुर का निवासी है। जिनका नाम शुभम सैनी 24 वर्षीय है। जीएमएन कॉलेज से बीए पास है। बड़ा भाई आईटीबीपी में जवान है। माता आरएसओ हैं और पिता बीमार होने के कारण घर पर ही रहते हैं।

शुभम ने इससे पहले भी लिफ्ट लेकर कई देशों व भारत के कई शहरों की यात्राएं कीं। अब जो भारत का भृमण करने एक हजार रुपए लेकर एक साल के लिए घर से निकला है। टीकमगढ़ से होते हुए दमोह पहुँचे दमोह पहुँचते ही बड़ी देवी मंदिर में बड़ी देवी माता के दरवार में दर्शन किए जिसके बाद दमोह की स्थनीय एवरेस्ट होटल में ठहरने की नि: शुल्क व्यवस्था की गई जहा शुभम ने बताया कि आठ माह हो चुके है। अभी तक एक रुपए भी खर्च नही किए,में लोगो की हेल्प से चल रहा हु कही खाना खा लेते है। तो कही शो लेते है। इंसानियत देखने के लिए निकले हैं। अभी इंसानियत जिंदा है। जिन्होंने बताया कि अभी तक दस हजार किलोमीटर से ज्यादा सफर कर चुके है। जिसमे देश के पंजाब,राजस्थान, गुजरात,होते हुए मध्यप्रदेश के दमोह जिले पहुचे है।अभी तक इन राज्यो को कवर कर लिया है। अब आगे महाराष्ट्र होते हुए बढ़ेंगे

इन जगहों की यात्रा कर चुका शुभम
शुभम दिल्ली में मोबाइल चार्जर बनाने वाली कंपनी में टेक्निकल विभाग में नौकरी करता था। शुभम के अनुसार वहां नौकरी के दौरान रात को वीडियो बनाता था। 2020 के आखिरी दिनों में नौकरी छोड़ दी थी। वहीं से ट्रैवलिंग का सफर शुरू किया। शुभम ने बताया कि वह 2021 में एक दिन के वीजा पर पाकिस्तान गया था। उस दौरान उसने खुद खर्च उठाया था। 2019 में नेपाल बॉर्डर तक अपने खर्च पर व नेपाल में प्रवेश करने पर लिफ्ट लेकर वहां यात्रा की। 2021 में बंगलादेश में व इससे पहले मयंमार, साउथ व नॉर्थ इस्ट में लिफ्ट लेकर ट्रैवल किया था।

एप के जरिए कई राज्यों का किया सफर
काउच सफिंग एप की मदद से शुभम अलग-अलग शहरों में उन लोगों के संपर्क में आएगा, जो ट्रैवलिंग का शौक रखते हैं। शुभम के अनुसार अधिकतर यही लोग उसकी मदद करेंगे। उसने बताया कि रास्ते में अगर बुखार, खांसी जैसी छोटी-मोटी परेशानी होगी तो उसके लिए वह घर से दवाइयां लेकर ही निकला है। उसने बताया कि अब एक साल बाद वह घर लौटेगा। वह जानना चाहता हैं कि आज भी लोगो में भाई चारा हैं, इंसानियत, एक दूसरे के प्रति भाव, मदद, सहायता करते हैं। हम आपको बता दें कि 8 मार्च 2024 को दिल्ली के भारत मंडपम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा द नेशनल क्रिएटर्स अवार्ड से सम्मानित किया गया था वही दमोह में शुभम से मिलने वालों की लंबी कतार लगी रही एवं लोगों ने एक दूसरे को शुभकामनाएं दी शुभकामना देने वालों में पंडित आशीष दत्त कटारे, पुलिस विभाग में पदस्थ रमाकांत मिश्रा,रितेश अवस्थी पत्रकार ,अभिषेक जैन पत्रकार,राजू स्टूडियो राजू जैन,चिराग जुनेजा एवरेस्ट लॉज, सहित काफी लोगो ने शुभकामनाएं दी।

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